- माहेश्वरी मंडल के समन्वयक राजकुमार जाजू ने दी जानकारी
- “आपणों उत्सव-2025” के प्रमुख अतिथि
- कार्यक्रम की तैयारी हुई पूरी
Wardha वर्धा, 10 अगस्त
माहेश्वरी मंडल वर्धा द्वारा आयोजित वार्षिक सांस्कृतिक और सामाजिक कार्यक्रम “आपणों उत्सव-2025” में इस वर्ष महाराष्ट्र गौसेवा आयोग के अध्यक्ष एवं राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त श्री शेखर मूंदड़ा, पुणे, प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। यह जानकारी कार्यक्रम के समन्वयक राजकुमार जाजू ने दी।
जानू ने बताया कि माहेश्वरी मंडल वर्धा, 65 वर्षों से श्रावण मास के अंतिम सप्ताह में सातुड़ी तीज की पूर्व संध्या पर “आपणों उत्सव” का आयोजन करता आ रहा है। इस मंच पर पूर्व में उच्चतम न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रमेशचंद्र लाहोटी, पद्मभूषण राजश्री बिरला, न्यायमूर्ति बी.डी. राठी, IAS सुरेश कांकानी, भाजपा के पूर्व महामंत्री श्याम जाजू, मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. अनुराधा जाजू सहित कई प्रतिष्ठित हस्तियां शामिल हो चुकी हैं।
इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, इस वर्ष श्री शेखर मूंदड़ा का स्वागत किया जाएगा। वे दोपहर में समाज के महिला-पुरुषों के साथ “जीवन जीने की कला” विषय पर संवाद करेंगे और शाम को मुख्य समारोह में सामाजिक मुद्दों पर अपने विचार रखेंगे।
श्री मूंदड़ा को उनकी बहुआयामी कार्यशैली के चलते केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय संशोधन व विकास महामंडल का संचालक नियुक्त किया है। गौसेवा के प्रति उनके समर्पण के कारण महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें राज्य मंत्री दर्जे के साथ महाराष्ट्र गौसेवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया है। उन्होंने पुणे में 2,500 से अधिक गैर सरकारी संगठनों का फेडरेशन बनाकर कई सामाजिक कार्य किए हैं। आर्ट ऑफ लिविंग के माध्यम से भी वे अनेक सेवा गतिविधियां संचालित करते हैं।
वे माहेश्वरी विद्या प्रचारक मंडल, पुणे के कार्यकारी अध्यक्ष हैं और कोरोना काल में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए तत्कालीन राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने उन्हें सम्मानित किया था। उन्हें उद्योग रत्न पुरस्कार, मराठी पत्रकार संघ सम्मान और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है।
कार्यक्रम में मेधावी छात्रों, बुजुर्गों, सेवाव्रतियों और सांस्कृतिक प्रतिभा दिखाने वाले कलाकारों का सम्मान किया जाएगा। आयोजन की तैयारियां अधिवक्ता परमानंद टावरी के मार्गदर्शन में तथा चारों मंडलों के अध्यक्ष विजय राठी, सौ. ललिता राठी, राहुल राठी, कु. उमा चांडक एवं सचिव प्रा. डॉ. धर्मेंद्र मुंदड़ा, सौ. सुनीता माहेश्वरी, आकाश मुंदड़ा और सौ. शीतल कुलधरिया सहित विभिन्न समितियों के नेतृत्व में अंतिम चरण में हैं।
